Top 250+ Kabir Das Ke Dohe In Hindi~ संत कबीर के प्रसिद्द दोहे और उनके अर्थ Nisheeth Ranjan दोहे का अर्थ – इस दोहे में कबीरदास जी कहते हैं कि बड़े-बड़े विद्धान शास्त्रों को पढ़-लिखकर ज्ञानी होने का दम भरते हैं, लेकिन गुरु के बिना उन्हें ज्ञान नही मिलता। ज्ञान के बिना मुक्ति नहीं मिलती।. दोहे का अर्थ- सब पृथ्वी को कागज, सब जंगल को कलम, सातों समुद्रों को स्याही बनाकर लिखने पर भी गुरु के गुण नहीं लिखे जा सकते।. दोहे का अर्थ- Kabir Das Ji Ke Dohe : कबीर दास जी भारतीय संत, कवि और समाज सुधारक थे। उनके दोहे जीवन के गहरे अर्थों और सच्चाइयों को सरल शब्दों में प्रस्तुत करते हैं। कबीर दास के दोहे जीवन, भक्ति, और समाज की सच्चाइयों पर आधारित होते हैं। उनके दोहे गहरी शिक्षा और सरलता के कारण अत्यधिक प्रसिद्ध हैं। यहाँ कुछ प्रसिद्ध कबीर दास के दोहे दिए गए हैं: बुरा जो देखन में चला. बुरा ना मिल्या कोय. Govind Diyo Bataye. Tobhi Sastaa Jaan. Aapahu Sheetal Hoye. Phal Laage Aati Door. Mujhse Bura Naa Koye. aangan kuti chhaway.